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Subdomain क्या है और कैसे बनाए

 अगर आप एक सिंगल डोमिन की मदद से बहुत सारे वेबसाइट बनाना चाहते है तो ऐसा आप आसानी से कर सकते है. इसके लिए सब्डोमैन का उपयोग करना होता है. 

इस लेख में हम बात करने जा रहे है की सब्डोमैन क्या है ये क्यों जरूरी है और इससे कैसे बनाते है.



Subdomain क्‍या है (What is A Subdomain in Hindi)?

सब्डोमैन किसी भी वेबसाइट के प्राइमरी डोमेन से ज़ुरा एक एडिशनल डोमेन होता है. मेन वेबसाइट से ज़ुरा अलग अलग सेक्शन बनाने के लिए सब्डोमैन को बनाया जाता है.

सब्डोमैन हमेशा एक रुट डोमेन की मदद से ही बनाया जाता है.

दूसरे शब्दों में 

एक उपडोमेन(subdomain) आपकी वेबसाइट का एक उपखंड(subsection)  है जो एक नए डोमेन नाम के बिना एक नई वेबसाइट के रूप में मौजूद हो सकता है।

Subdomains A रिकॉर्ड के रूप में क्रिएट किया जाता है जो IP एड्रेस को पॉइंट्स करता है.

या फिर CNAME के रूप में जो दूसरे डोमेन नाम को पॉइंट्स करता है.

एक CNAME कभी भी IP एड्रेस को पॉइंट्स नहीं करता है.

Subdomain Example

उदाहरण के लिए 

tools.phpcluster.com 

Demos.phpcluster.com 

Ye dono phpcluster.com domain ke subdomain hai.

Tools.phpcluster.com ये एक सब्डोमैन है जो मेरे मैं डोमेन फप्क्लोस्टेर से ज़ुरा है. इससे मैं फ्री वेब टूल्स लिस्ट करने के लिए बनाया है.

demos.phpcluster.com ये भी एक सब्डोमैन है जो मेरे मैं डोमेन फप्क्लोस्टेर से ज़ुरा है. इससे मैं स्क्रिप्ट की डेमोस देने के लिए बनाया है.

क्यों आप Subdomain का उपयोग करना चाहिए

  • ये आपको अपने प्राइमरी वेबसाइट से ज़ुरा नया सेक्शन बनाने की सुविधा देता है.
  • अगर किसी कंपनी के पास पहले से वेबसाइट मौजूद है या फिर बिज़नेस वेबसाइट मजूद है तो इसकी मदद से ब्लॉग सेटअप कर सकते है.
  • सब्डोमैन बनाकर आप अपनी प्राथमिक वेबसाइट के पूरक के लिए ई-कॉमर्स स्टोर चला सकते है.
  • सर्च इंजन व्यक्तिगत वेबसाइटों के रूप में सब्डोमैन को पहचानते हैं। इसका मतलब है कि आपको अपने ट्रैफ़िक को बढ़ाने के लिए अधिक मौके मिल सकते है.

और भी कई सारे कारण है जिसकी वजह से आपको सब्डोमैन का उपयोग करना चाहिए.

Subdirectory Ke Bajaye Subdomain Ka Upyog Kab Karna Chahiye?

अगर आप अपने प्राइमरी वेबसाइट के लिए एक ecommerce स्टोर सेटअप करना चाहते है या फिर ब्लॉग सेटअप करना चाहते है ?

दोनों को आप subdirectory के साथ भी कर सकते है पर SEO के लिए सब्डोमैन ज्यादा बेहतर है. 

अगर आप दूसरी किसी फंक्शनलिटी को अपने प्राइमरी वेबसाइट में ऐड करते है तो इससे एप्लीकेशन कॉम्प्लेक्स हो जाता है जिससे लोडिंग टाइम बढ़ जाती है जो किसी वेबसाइट के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है.

Subdomain कैसे बनाते है (How to Set Up and Use Subdomains in Hindi)

चरण 1: अपने cPanel पे जाये 

अपने सपनेल में जाने के लिए ब्राउज़र ओपन करे. अपने सपनेल या होस्टिंग का वेबसाइट ओपन करे और यूजरनाम पासवर्ड लिख कर लॉगिन करे. लॉगिन होते ही आप सपनेल डैशबोर्ड पे पहुंच जायेंगे.

चरण 2: अब cPanel में डोमेन सेक्शन पे जाये

अब आप पेज को निचे के तरफ स्क्रॉल करे और डोमेन सेक्शन पे जाये. डोमेन सेक्शन के अंदर सब्डोमैन्स का ऑप्शन मिलेगा. सब्डोमैन ऑप्शन पर क्लिक करे.

चरण 2: अब cPanel में एक उपडोमेन बनाएँ

अब एक नई पेज खुले गा यहाँ पर आप आपको सब्डोमैन से जुड़ी जानकारी लिखना है और सब्डोमैन क्रिएट कर लेना है.

  • सबसे पहले अपने सब्डोमैन नाम लिखे.
  • अब अपना मैं डोमेन चुने जिसके लिए सब्डोमैन बनाना है.
  • सब्डोमैन के लिए फोल्डर सेलेक्ट करे जहा पे आप इसके लिए वेबसाइट का फाइल स्टोर कर रखेंगे.

Subdomain Kaise Kaam Karta Hai (How does a subdomain work in Hindi)?

सब्डोमैन आपके वेबसाइट के मैं डोमेन का एक्सटेशन के रूप में काम करता है. आप अपने वेबसाइट के डोमेन नाम के लिए बहुत सारे सब्डोमैन बना सकते है.

ध्यान देने योग्य है कि आप एक डोमेन के लिए जितने चाहें उतने उप-डोमेन सेट कर सकते हैं, लेकिन आपको उनका उपयोग केवल तब करना चाहिए जब ऐसा करने का कोई मतलब हो!

जब आप सब्डोमैन बनाते है तो आपको उसके लिए एक path सेलेक्ट करना होता है. सब्डोमैन बन जाने के बाद जैसे ही वेबसाइट की फाइल को सब्डोमन फोल्डर में अपलोड की जाती है वेबसाइट सब्डोमैन पे लाइव हो जाती है.

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